असम में राहुल गांधी पर FIR; लगा दी गईं इतनी सारी धाराएं, CM के आदेश पर एक्शन, राहुल बोले- मैं नहीं डरता, मजे लो
FIR Register Against Rahul Gandhi in Assam During Bharat Jodo Nyay Yatra
Rahul Gandhi FIR In Assam: असम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर बड़ा एक्शन हुआ है। असम में राहुल गांधी के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। राहुल पर एक साथ कई सारी धाराएं लगाई गई हैं। मालूम रहे कि, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने खुद पुलिस डीजीपी को राहुल गांधी पर केस दर्ज करने का आदेश दिया था। सीएम ने कहा था कि, राहुल गांधी ने असम में भीड़ को उकसाने और पुलिस जवानों पर हमला कराने और सार्वजनिक नुकसान करने का काम किया है। सीएम के आदेश के बाद ही असम पुलिस के आलाधिकारी हरकत में आए और राहुल गांधी पर एक्शन ले लिया गया।
दरअसल, कांग्रेस की 'भारत न्याय यात्रा' कल असम के गुवाहाटी में थी। जहां इसी दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। राहुल गांधी के सामने ही भीड़ ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी और आगे बढ्ने की कोशिश की। पुलिस ने जब कार्यकर्ताओं को ज़ोर-जबरदस्ती रोकना चाहा तो फिर दोनो पक्षों में झड़प हो गई। जहां इस बवाल के चलते सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी प्रभावित हुई थी। जिसके बाद सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस के एक नेता की ट्विटर प्रोफ़ाइल पर अपलोड किए गए गए वीडियो को रीपोस्ट किया था और लिखा था- ये असमिया संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं। हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं। ऐसी "नक्सली रणनीति" हमारी संस्कृति से पूरी तरह अलग हैं। मैंने असम पुलिस के डीजीपी को भीड़ को उकसाने के लिए आपके नेता राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने और आपके द्वारा अपने हैंडल पर पोस्ट किए गए फुटेज को सबूत के रूप में उपयोग करने का निर्देश दिया है।
इस अनियंत्रित व्यवहार और सहमत दिशानिर्देशों के उल्लंघन के परिणामस्वरूप गुवाहाटी में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम हो गया है। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने आगे कहा था कि प्रमाण सामने आ रहे हैं कि किस प्रकार से राहुल गांधी और जितेंद्र सिंह ने भीड़ को असम पुलिस के जवानों को मारने के लिए भड़काया। हमारे जवान जनता के सेवक हैं, किसी शाही परिवार के नहीं। निश्चिंत रहिए, क़ानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं, आप तक जरूर पहुंचेंगे।
राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेताओं पर भी FIR दर्ज
असम में सिर्फ राहुल गांधी पर ही FIR दर्ज नहीं की गई है बल्कि अन्य कांग्रेस नेताओं पर भी FIR दर्ज हुई है। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने खुद ट्वीट के जरिए पूरी जानकारी दी है। सीएम बिस्वा ने ट्वीट करते हुए बताया- "कांग्रेस सदस्यों द्वारा हिंसा, उकसावे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस कर्मियों पर हमले के अनियंत्रित कृत्यों के संदर्भ में राहुल गांधी, के.सी. वेणुगोपाल, कन्हैया कुमार और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ धारा 120 (बी) 143/147/188/283/353/332/333/427 आईपीसी आर/डब्ल्यू धारा 3 पीडीपीपी अधिनियम के तहत एक FIR दर्ज़ की गई है।'
FIR पर राहुल गांधी बोले- मैं नहीं डरता, मजे लो
आज जब भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी असम के बारपेटा पहुंचे तो यहां उन्होने एक बार फिर से सीएम हिमंत बिस्वा सरमा पर सीधा हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि, हिमंत बिस्वा सरमा देश के सबसे भ्रष्ट और भ्रष्टाचारी सीएम हैं। राहुल ने कहा कि, पता नहीं कहां से हिमंत बिस्वा सरमा के दिमाग में आ गया कि वो राहुल गांधी को डरा सकता है। लेकिन राहुल गांधी डरने वाला नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि, जितने केस लगाने हैं, लगा दीजिए, मैं नहीं डरता... राहुल ने कहा कि 25 केस लगाए हैं, 25 और लगा दीजिए..
राहुल गांधी का कहना है कि, जब भी मैं असम राज्य में आता हूं तो लोग मुझसे कहते हैं- यहां बड़े पैमाने पर बेरोजगारी, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, बड़े पैमाने पर महंगाई है, किसानों की हालत खराब है... इस राज्य में किसी भी युवा को नौकरी नहीं मिल सकती है। ये वे मुद्दे हैं जो हम उठा रहे हैं और हम इसमें बहुत सफल हो रहे हैं। असम में मुख्य मुद्दा यात्रा बन चुकी है... राहुल ने कहा कि मेरे खिलाफ या 'भारत न्याय यात्रा' के खिलाफ जो भी हो रहा है। वो सिर्फ डराने का तरीका है... लेकिन हमारा न्याय का संदेश गांव-गांव में जा रहा है क्योंकि जनता पूछ रही है कि ये क्या हो रहा है?...साफ है कि विपक्ष की लड़ाई कौन लड़ रहा है।
सुरक्षा को लेकर कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा
इधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने असम में राहुल गांधी और भारत जोड़ो न्याय यात्रा की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। खड़गे ने अमित शाह के सामने सुरक्षा का मुद्दा उठाया है। खड़गे ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में असम के अंदर राहुल गांधी और भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हमला करने की कोशिश की गई है।
क्यों निकाली जा रही भारत न्याय यात्रा?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने तीन अहम मुद्दे उठाए थे। पहला आर्थिक विषमता, दूसरा सामाजिक धुर्वीकरण और तीसरा मुद्दा था राजनीतिक तानशाही का। लेकिन भारत जोड़ो यात्रा अब जब भारत न्याय यात्रा में तब्दील हो गई है तो इस कड़ी में आर्थिक न्याय, सामाजिक न्याय और राजनीतिक न्याय की बात होगी। लोकतन्त्र को बचाना है, संविधान को बचाना है, महंगाई और बेरोजगारी से जो करोड़ों परिवार जूझ रहे हैं उन्हें उज्ज्वल भविष्य दिखाना है.
इसके अलावा जिस तरह से समाज को जो बांटा जा रहा है उसे बचाना है, इसलिए पहले भारत जोड़ो यात्रा भारत जोड़ने के लिए हुई थी और अब भारत न्याय यात्रा भारत के न्याय के लिए होगी। कांग्रेस लोगों को यकीन दिलाएगी कि वह लोगों को आर्थिक न्याय, सामाजिक न्याय और राजनीतिक न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा में दिल्ली-जम्मू-कश्मीर समेत 12 राज्य शामिल थे। लेकिन भारत न्याय यात्रा में 14 राज्य शामिल हो गए हैं।
67 दिनों में 85 जिलों को कवर करेगी 'भारत न्याय यात्रा'
राहुल गांधी के नेतृत्व में 'भारत न्याय यात्रा' 14 जनवरी को मणिपुर के इंफाल से शुरू हुई है और यह यात्रा 67 दिनों में 20 मार्च को मुंबई जाकर खत्म होगी। इस बीच 'भारत न्याय यात्रा' देश के 14 राज्यों (मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र) और 85 जिलों को कवर कर रही है। यह यात्रा 6 हजार 200 किलोमीटर लंबी होगी। 'भारत जोड़ो यात्रा' के दूसरे चरण में 'भारत न्याय यात्रा' की जा रही है।